Recent Post

Gangubai Kathiyawadi released on OTT Platform : Netflix | गंगूबाई कठियावाड़ी OTT प्लेटफॉर्म Netflix पर रिलीज हुई

गंगूबाई के जीवन की असली कहानी: हिरोइन बनने की चाह रखने वाली गंगू कैसे पहुंची कमाठिपुरा के कोठे पर।

 


संजय लीला भंसाली की फिल्म गंगूबाई कठियावाड़ी Netflix पर रिलीज हो रही है। गंगूबाई हुसैन जैदी की किताब "माफिया क्वींस ऑफ मुंबई" पर आधारित है। जिसमें आलिया भट्ट ने गंगूबाई का किरदार निभाया है। आइये जानते हैं गंगूबाई के जीवन के विषय में - 

गंगूबाई गुजरात के काठियावाड़ी की रहने वाली थी और एक संपन्न परिवार से थी। गंगूबाई का असली नाम गंगा हरजीवनदास काठियावाड़ी था । बचपन से ही उनका पढ़ने में कोई खास इंटरेस्ट नहीं था वह हीरोइन बनना चाहती थी। वह केवल 16 साल की थी जब उनको अपने पिता के यहां काम करने वाले अकाउंटेंट रमणीक  से प्यार हो गया और वह उससे शादी करके भागकर मुंबई आ गई। 

कैसे बदली गंगूबाई काठियावाड़ी की जीवन की पूरी दिशा:


और मुंबई आने की इस एक गलती ने गंगू के पूरे जीवन की दिशा ही बदल दी। उनके पति ने उन्हें धोखा देकर छोड़ दिया और केवल 500 में एक कोठे पर बेच दिया। गंगूबाई को समय लगा इस सच को स्वीकारने में और धीरे- धीरे वह बहुत निडर हो गई। 
गंगूबाई ने सेक्स वर्करों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी और कोई भी लड़की उनके कोठे पर अपनी मर्जी के बिना नहीं रहती थी। वह चाहती थी जो उनके साथ हुआ वह किसी और के साथ नहीं होना चाहिए। 

मुंबई के माफिया डॉन करीम लाला को बनाया भाई: 


मुंबई के माफिया डॉन करीम लाला को उन्होंने अपना उन्होंने राखी बांधकर अपना भाई बना लिया था इस कारण वहां गंगूबाई का भी लाभ हुआ करता था। 
कहते हैं करीम लाला के एक आदमी ने गंगूबाई के साथ दुष्कर्म किया था जिसकी शिकायत लेकर वह करीम लाला के पास पहुंची और उन्होंने उस आदमी को सजा दी जिसके बाद गंगूबाई ने करीम लाला को राखी बांधकर भाई बना लिया था और करीम लाला ने कमाठीपुरा का एरिया गंगूबाई को सौंप दिया था। 

गंगूबाई के ज्यादा कस्टमर्स अंडरवर्ल्ड के थे इसलिए उन्हें "माफिया क्वीन" के नाम से भी जाना जाता है। और "मैडम ऑफ कमाठीपुरा" भी कहते हैं। 
गंगूबाई ने अनाथ और सेक्स वर्करों के लिए बहुत काम किया। उन्होंने  कमाठीपुरा से वैश्यालय को हटाने के लिए आंदोलन भी किया। आज वहां उनकी मूर्ति स्थापित की गई है । 

प्रधानमंत्री जवाहरलल नेहरू से संपर्क कर बैठी:


इतना ही नहीं उन्होंने प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से भी संपर्क किया और उन्हें सेक्स वर्करों की समस्या को बताया जिसके बाद जवाहरलाल नेहरू ने रेड लाइट एरिया की सुरक्षा को मंजूरी दे दी। 

ये थी गंगूबाई काठियावाड़ी की कहानी। 
Image src: wikiandbio.com

Comments