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Canne Film Festival : Birth,History,Winner And Awards
image source : reuters.com
Canne Film Festival कब शुरू हुआ?
20 sep 1946
वैसे तो कान फिल्म फेस्टिवल की सफल शुरुआत 20 सितंबर 1946 से शुरू हुई थी, लेकिन
इसकी घोषणा 1939 में पहले ही कर दी गई थी।
Canne Film Festival क्या है?
कान फिल्म फेस्टिवल को आप एक फिल्मी मेले के रूप में देख सकते हैं, जिसमें दुनिया
के सभी देशों से चुनी गई अलग-अलग भाषाओं की फिल्में और डॉक्युमेंट्रीज को दिखाया
जाता है। कान फिल्म फेस्टिवल फ्रांस में हर साल मई में मनाया जाता है,
जिसमें दुनिया के अलग-अलग देशों के अलग-अलग फिल्मी कलाकार हिस्सा लेते हैं।
Canne Film Festival की शुरुआत कैसे और क्यों हुई ?
1932 में जब इटली का पहला इंटरनेशनल वेनिस फिल्म फेस्टिवल शुरू हुआ, उस समय वहां
पर मुसोलिनी का शासन था। मुसोलिनी हिटलर का मित्र था। ये लोग अपनी मर्जी से चुनी
गई फिल्मों को इस फेस्ट में चुनते थे और उन्हें अवार्ड दिया करते थे। जो कि
उनकी तानाशाही का प्रतीक था। इस तानाशाही को देखते हुए फ्रांस ने भी एक फिल्म
फेस्ट शुरू करने पर विचार किया और जून 1939 में पेरिस में इसकी घोषणा कर दी गई । इस पे
फेस्ट को सितंबर से शुरू किया जाना था जिसमें दुनिया के अलग-अलग देशों की फिल्म में सम्मिलित की जानी थी । इस फेस्ट की
पूरी तैयारी हो जाने के बावजूद भी यह सफल नहीं हो पाया क्योंकि हिटलर ने पोलैंड
पर हमला कर दिया था।
इस तरह 2nd world वार पूरे 6 साल चला जब यह युद्ध समाप्त हुआ तो फ्रांस ने पुनः
इस फेस्टिवल की घोषणा की और 20 सितंबर 1946 में इसकी एक सफल शुरुआत हुई।
कान में सम्मानित हो चुकी भारतीय फिल्में | Indian films which won award in Cannes :
1946 से शुरू हुए कान फेस्ट में भारत की चेतन आनंद की फिल्म "नीचा नगर" से शुरुआत
की थी । "नीचा नगर" को Grand Prix Award(ग्रैंड प्रिक्स अवार्ड) से सम्मानित किया
गया था तब से लेकर आज तक भारत के किसी भी फिल्म को यह अवार्ड नहीं मिला है।
लेकिन कमाल की बात यह है की नीचा नगर फिल्म अब तक भारत में रिलीज ही नही हुई
है।
नीचा नगर फिल्म से जुड़ी कुछ खास बातें:
नीचा नगर चेतन आनंद की फिल्म थी।
चेतन आनंद देव आनंद के भाई थे।
नीचा नगर एक मात्र ऐसी फिल्म है, जिसे यह अवार्ड मिला।
1946 कान फेस्टिवल में नीचा नगर को पहली बार दिखाया गया था, इसी दिन को इस फिल्म
की रिलीज डेट माना जाता है।
Grand Prix Award को अब The Palm d'or award के नाम से जाना जाता है।
Cannes Festival 2022 का भारत के लिए खास होने का क्या है कारण?
यूँ तो हर साल भारत की ओर से कई सितारे Cannes Festival में भाग लेते हैं, लेकिन
इस साल Cannes 2022 भारत के लिए थोड़ा ख़ास है -
भारत कान फिल्म फेस्टिवल में country of honour (कंट्री ऑफ ऑनर) चुना गया है
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के अनुसार भारत के लिए यह एक अच्छा अवसर है 22 मई
को कान में 1 सिनेमा हॉल में भारतीय फिल्मों को दिखाया जाएगा जिसके अंतर्गत
क्लासिक सेक्शन की फिल्म भी दिखाई जाएंगी |
इस फेस्टिवल में सोसानक सेन की डांस ग्रैंड जूरी पुरस्कार विजेता ऑल दैट ब्रिज
की स्क्रीनिंग भी की जाएगी साथ ही सत्यजीत रे की प्रतिद्वंदी 1970 और अरविंदन
गोविंदन की द सर्कस टेंट को भी दिखाया जाएगा।
कान 2022 में भारत की ओर से दिखाई जाने वाली 6 फिल्में:
75वें कान फिल्म फेस्टिवल में भारत की ओर से छह अलग-अलग भाषाओं की फिल्में दिखाई
जाएंगी
कान 2022 में भारत की ओर से दिखाई जाने वाली फिल्में है:
- R माधवन की रॉकेट -द नाम्बी इफेक्ट
- गोदावरी (मराठी)
- बुम्बा राइड (मिशिंग)
- धुईं (हिंदी ,मराठी)
- अल्फा बीटा गामा (हिंदी)
- ट्री फुल ऑफ़ पैरटस् (मलयालम)
कान 2022 में डेब्यू करने वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस:
उर्वशी रौतेला, तमन्ना भाटिया, पूजा हेगडे, मासूम मीनावाला, हैली शाह,
भारत की ओर से काम 2022 में शामिल होने वाले कलाकार:
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ,अक्षय कुमार ,
साउथ एक्ट्रेस नयनतारा,
A R रहमान, ऐश्वर्या राय, हिना खान, कमल हसन, रिक्की केज (multi grammy award
winning music composer)
अदिति राव हैदरी
अनुराग ठाकुर(information and broadcast minister)
कान फेस्टिवल 2022 ज्यूरी:
इस साल cannes फेस्टिवल में भारत की ओर से दीपिका पादुकोण भी ज्यूरी का हिस्सा
हैं।
Cannes jury के अध्यक्ष विंसेट लिंडन हैं। ज्यूरी के अन्य सदस्यों में शामिल
हैं - असगर फरहादी, रेबेका हॉल, ट्रिनका, नूमी रेपेस, लाडज ली, जेफ निकोल्स और
जोआचिम ट्रायर ।
Awards की घोषणा 28 may को की जायेगी।
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